संघर्ष को मानव जीवन का दूसरा नाम कहा जाता है। इसी संघर्ष से व्यक्ति कुंदन की तरह शुद्ध और पवित्र बन जाता है। जिन लोगो का हद्य कमजोर होता है या जिनका निश्चय सुदृढ़ नही होता है वे संघर्ष के आगे घुटने टेक देते है। वे अपनी सफलता से बचने के लिए नशे को सहारा बनाते हैं। इसी नशे का प्रभाव सभी क्षेत्रों में पड़ रहा है चाहे ग्रामीण
,
नगरीय
,
अमीरी
,
गरीबी एवं माध्यम वर्ग परिवार में सभी वर्ग में इसका असर पड़ रहा हैं। इसी कारण संस्था द्वारा ग्राम पंचायत - जामरांव
,
रानीतराई
,
बलोदी
,
व तर्रा विकासखण्ड
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पाटन जिला- दुर्ग छ
.
ग
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में नषा मुक्ति हेतु कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संबंधित ग्राम पंचायतो में नषे की संलिप्तता होने के कारण वहां होने वाले विकास कार्यो में बाधा होने को ध्यान में रखकर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
आयोजित कार्यक्रम ग्राम पंचायत एवं महिला स्व सहायता समुह के सदस्यो का आहवान कर प्रचार-प्रसार के माध्यम से नषे की लत कारण होने वाले क्षति जैसे शारिरिक
,
मानसिक व आर्थिक क्षति से अवगत कराया गया। साथ ही नषे के कारण आने वाले पीढी पर पडने वाले दुष्प्रभाव से भी अवगत कराया गया तथा संस्था के अध्यक्ष श्रीमति प्रेमिन साहू द्वारा
"
नशा को दूर भगाना है सबका जीवन स्वस्थ्य बनाना है
"
जैसे नारो का महत्व समझाते हुए ग्राम की महिलाओं को नषे का विरोध करने हेतु एकजूट होकर नशा समाप्ति कराने की अपील किया गया तत्पष्चात् कार्यक्रम का समापन किया गया।